घाघीडीह सेंट्रल जेल में रक्षाबंधन : सलाखों के बीच मिला भाई-बहन का प्यार
पूर्वी सिंहभूम, 9 अगस्त । रक्षाबंधन का पावन पर्व शनिवार को घाघीडीह सेंट्रल जेल में भावुक माहौल के बीच मनाया गया। भाई-बहन के इस पवित्र रिश्ते में उमंग तो थी, लेकिन सलाखों की दूरी और आंखों की नमी भी शामिल रही।
बहनों ने अपने कैदी भाइयों की कलाई पर राखी बांधी, तिलक किया और मिठाई खिलाई। जेल प्रशासन ने इस अवसर पर विशेष सुरक्षा इंतजाम किए थे। बहनों को पाँच-पाँच के समूह में जेल में प्रवेश की अनुमति दी गई। प्रवेश से पहले महिला पुलिसकर्मियों ने उनकी पूरी तलाशी ली और केवल राखी, मिठाई और पारंपरिक पूजा सामग्री ही अंदर ले जाने की इजाजत दी। इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या अतिरिक्त सामान पर सख्त पाबंदी थी।
गेट के इस पार खड़ी बहनें और उस पार खड़े भाई—दोनों की आंखों में भावनाओं का सैलाब था। कहीं मुस्कुराहटें थीं, तो कहीं आंसुओं की चमक। बहनों ने भगवान से प्रार्थना की कि अगली बार वे अपने भाइयों को घर पर राखी बांध सकें, न कि जेल की दीवारों के पार से। कई ने उम्मीद जताई कि उनके भाई जल्द रिहा होकर नई जिंदगी की शुरुआत करेंगे।
जेल अधीक्षक ने कहा कि ऐसे अवसर कैदियों को परिवार और रिश्तों के महत्व का एहसास कराते हैं तथा उन्हें सकारात्मक सोच और बदलाव की ओर प्रेरित करते हैं।
