“आप सिर्फ ससुर नहीं, झारखंड के बाबा थे” — कल्पना सोरेन ने शिबू सोरेन को भावभीनी श्रद्धांजलि
सोशल मीडिया पोस्ट में साझा कीं निजी यादें, कहा — आपके सपनों को जीना अब हमारा धर्म
रांची, 08 अगस्त : झारखंड के प्रणेता, पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन के निधन के पांच दिन बीत चुके हैं, लेकिन परिजन उन्हें भूल नहीं पा रहे हैं। उनके साथ बिताए पलों को याद करते हुए शुक्रवार को बहू और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर भावुक पोस्ट साझा की।
कल्पना सोरेन ने लिखा— “जब पूरा देश आपको अश्रुपूरित नेत्रों से विदा कर रहा है, मैंने एक कोना पकड़ लिया है। अपनी आधी जिंदगी जिस वटवृक्ष के साए में महफ़ूज होकर काटी, आज आपके जाने से वह बेटी-सी बहू अपनी टूटी हुई हिम्मत बटोरने का साहस नहीं कर पा रही है।”
उन्होंने लिखा कि शिबू सोरेन केवल उनके ससुर नहीं थे, बल्कि झारखंड के हर उस बच्चे के बाबा थे, जिसने जंगलों में जन्म लिया और संघर्ष को पहली सांस में महसूस किया। “आपकी सादगी, आपकी आवाज में ठहराव और हर किसी की बात सुनने की आदत आपको अलग बनाती थी। आपने राजनीति को घर की तरह जिया, जहां सत्ता नहीं, संबंधों का सम्मान होता है। आपने हमें आत्मनिर्भर होने का हौसला दिया। झारखंड आपके लिए भूगोल नहीं, संवेदना था।”
कल्पना ने आगे लिखा— “मैंने आपको कभी पिता, कभी संत और कभी तपस्वी की तरह देखा। आप न सत्ता चाहते थे, न वाहवाही— बस अपनी माटी और अपने लोगों की इज्जत। आज आप नहीं हैं, पर आपकी चाल की गूंज गांव-गांव में है, आपकी चप्पलों की खामोशी विधानसभा में सुनाई देती है। बाबा, आपने झारखंड को छोड़ा नहीं है, आप हर उस बेटी की आंखों में हैं, जो अपने जंगल और सपनों को बचाना चाहती है।”
उन्होंने वादा किया— “मैं एक बहू नहीं, आपकी बेटी हूं। आपका नाम सिर्फ इतिहास में नहीं रहेगा, बल्कि हर लड़की के साहस और हर गांव के संघर्ष में जिंदा रहेगा। आपके बिना जीना मुश्किल है, पर आपके सपनों को जीना अब हमारा धर्म है।”
