रांची: एंबुलेंस कर्मचारी संघ का सम्मान फाउंडेशन के खिलाफ प्रदर्शन, 28 जुलाई से राज्यव्यापी हड़ताल की चेतावनी
रांची, 22 जुलाई — झारखंड की आपात स्वास्थ्य सेवाएं आने वाले दिनों में संकट में पड़ सकती हैं, क्योंकि झारखंड प्रदेश एंबुलेंस कर्मचारी संघ और सम्मान फाउंडेशन के बीच विवाद लगातार गहराता जा रहा है। सोमवार को डोरंडा स्थित सम्मान फाउंडेशन कार्यालय के बाहर दर्जनों एंबुलेंस कर्मियों ने धरना-प्रदर्शन किया और संस्था पर श्रम कानूनों के उल्लंघन, वादाखिलाफी और कर्मचारियों को धमकाने जैसे गंभीर आरोप लगाए।
समझौता लागू नहीं होने का आरोप
संघ का कहना है कि 26 जून को 9 बिंदुओं पर संस्था के साथ समझौता हुआ था। इसमें:
- PF और ESIC का लाभ
- NHM के तहत न्यूनतम मानदेय
- श्रम अधिनियमों के तहत औपचारिक नियुक्ति
जैसे मुद्दों पर सहमति बनी थी। लेकिन अब तक संस्था ने इनमें से किसी भी वादे को लागू नहीं किया है।
संघ की चेतावनी: 28 जुलाई से हड़ताल
संघ अध्यक्ष नीरज तिवारी ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें जल्द नहीं मानी गईं तो 28 जुलाई से पूरे झारखंड में एंबुलेंस सेवाएं ठप कर दी जाएंगी, जिससे राज्य की आपात स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा सकती है।
सम्मान फाउंडेशन ने आरोप खारिज किए
दूसरी ओर सम्मान फाउंडेशन के मैनेजर दीपक सिंह ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने उल्टा नीरज तिवारी पर संस्था को बदनाम करने और कर्मचारियों को भड़काने का आरोप लगाया है। दीपक सिंह के अनुसार, तिवारी पूर्व कर्मचारी रहे हैं और अब व्यक्तिगत विद्वेष के कारण फाउंडेशन के खिलाफ माहौल बना रहे हैं।
पुलिस में शिकायत दर्ज
दीपक सिंह ने बताया कि नीरज तिवारी के खिलाफ डोरंडा थाना में शिकायत दर्ज कराई गई है, जिसमें गाली-गलौज, धमकी और कर्मचारियों को भड़काने जैसे आरोप शामिल हैं।
सरकार की चुप्पी पर सवाल
फिलहाल प्रशासन या राज्य सरकार की ओर से इस विवाद पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। अगर समय रहते समाधान नहीं निकाला गया तो राज्य की इमरजेंसी हेल्थ सर्विस पर गंभीर असर पड़ सकता है।
