रांची

रचना नहीं, चीख है झारखंड की ज़मीन: भाजपा प्रवक्ता राफिया नाज ने उठाए सरकार पर गंभीर आरोप

रांची | 21 जुलाई 2025 (हि.स.)
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राफिया नाज ने झारखंड में महिलाओं और नाबालिगों पर हो रही अत्याचार की घटनाओं पर मुख्यमंत्री और राज्य सरकार की निगाहमंदी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बेटियों के ऊपर डायन प्रथा, दुष्कर्म व अपहरण के कहर के बावजूद सरकार मौन है, और इससे कानून-व्यवस्था की गंभीर स्थितियों का पता चलता है।


⚠️ प्रमुख बिंदु

डायन प्रथा का जघन्य मामला:
हजारीबाग के बरही गांव में एक महिला को डायन प्रथा के नाम पर निर्वस्त्र कर भीड़ के सामने बेलों, ब्लेड से पीटा गया। उसके बाल काटे गए और अत्यंत अपमानित किया गया। इसे सरकार की प्रशासनिक असफलता करार देते हुए राफिया ने कहा कि यह प्रमाण है कि झारखंड सरकार न तो इस कानून को कार्यान्वित कर पा रही है और न ही समाज में अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता फैला रही है।

कोलेबिरा में नाबालिग के साथ कलंकित घटना:
एक 13 वर्षीय नाबालिग को अगवा करके उसके साथ दुष्कर्म किया गया और उस अश्लील वीडियो के ज़रिए उसे धमकाया गया। राफिया ने इस घटना को सिर्फ अपराध नहीं बल्कि नाबालिग की मानसिक और शारीरिक हत्या बताया।

महिला सशक्तिकरण बनाम वास्तविकता:
राफिया ने कहा कि राज्य की बहन-बेटियाँ भय, हिंसा और शोषण के माहौल में जीने को मजबूर हैं जबकि सरकार केवल सशक्तिकरण की बातें कर रही है।

सरकार पर आरोप:
सरकार की कार्यशैली को जनविरोधी, असंवेदनशील और महिला विरोधी बताया गया।
उन्होंने यह भी कहा:

  • यदि कानून होने के बावजूद ऐसी घटनाएँ हो रही हैं, तो यह सरकार की प्रशासनिक विफलता है।
  • राज्य में डिजिटल अपराधों और महिला सुरक्षा नीति का अभाव है।
  • इस गंभीर घटना पर सरकार की चुप्पी दुर्भाग्यपूर्ण है और आयोग की निष्क्रियता पीड़ितों के साथ अन्याय है।

📌 समस्या का सारांश

मुद्दाविवरण
डायन प्रथाबरही गांव की महिला को भीड़ ने मिलीजुला किया पीटा
नाबालिग दुष्कर्म13 वर्षीय बच्ची को अगवा कर वीडियो के जरिए ब्लैकमेल किया गया
सरकार की प्रतिक्रियाआरोपों पर चुप्पी और अंधविश्वास के खिलाफ नीतिगत कार्रवाई नहीं
भाजपा की मांगदोषियों की गिरफ्तारी, पीड़ितों को सुरक्षा एवं सरकारी सहायता, जागरूकता अभियान

🔚 भविष्य की राह क्या होनी चाहिए?

राफिया नाज ने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार को:

  • इन दोषियों की तत्काल पहचान और गिरफ्तारी
  • पीड़ितों व उनके परिवार को मानसिक, कानूनी और आर्थिक सहायता
  • डिजिटल अपराध व महिला सुरक्षा के प्रति नीति रूप में ठोस कदम उठाने चाहिए
  • अंधविश्वास और डायन प्रथा को समाज से समाप्त करने हेतु जागरूकता अभियान चलाना चाहिए

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