दीनदयाल बिरिदु संभारी – हरहु नाथ मम संकट भारी ….
रांची 19 मार्च : फाल्गुन माह में खाटू नरेश के भक्तों में विशेष उत्साह रहता है. श्री श्याम मित्र मंडल रांची स्थापना दिवस पर पांच दिनी रंग रंगीला श्री श्याम फागण महोत्सव मना रहा है. आज महोत्सव का तीसरा दिन है. श्याम बाबा की आराधना के साथ ही रुद्रावतार हनुमान जी की अरदास हेतु 94 वां श्री सुंदरकांड श्री हनुमान चालीसा का संगीतमय पाठ किया गया. हरमू रोड स्थित श्री श्याम मंदिर में विनोद अग्रवाल राजकुमारी अग्रवाल आदित्य एवं सौम्या अग्रवाल ने हनुमान जी की अखंड ज्योति प्रज्वलित की. साज बाज के साथ श्री सुंदरकांड श्री हनुमान चालीसा का पाठ शुरू हुआ. पूरा मंदिर परिसर जयकारों से गूंजायमान रहा. जय हनुमान ज्ञान गुण सागर जय कपीस तिहुं लोक उजागर तथा दीनदयाल बिरिदु संभारी हरहु नाथ मम संकट भारी के संगीतमय पाठ से श्रद्धालु झूम उठे. धनबाद के पंकज मोदी एवं पंकज सांवरिया के संगीतमय पाठ से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया. 400 लोगों ने सामूहिक पाठ किया और हनुमान जी की आराधना में लीन रहे.
मंडल अध्यक्ष सुरेश सरावगी उप मंत्री अनिल नारनोली एवं संजय सराफ ने विधि विधान से पूजन
मंडल अध्यक्ष सुरेश सरावगी उप मंत्री अनिल नारनोली एवं संजय सराफ ने विधि विधान से पूजन अनुष्ठान संपन्न कराया. हनुमान जी को बुंदिया भुजिया केला संतरा गुड़ चना एवं टाफी का भोग अर्पित किया गया. मंत्री श्याम सुंदर शर्मा पहले आचार्य रत्नाकर शर्मा एवं अनूप दाधीच तथा मंदिर के अन्य आचार्य ने श्याम बाबा हनुमान जी एवं शिव परिवार का अनुपम श्रंगार किया. गौरव अग्रवाल मोनू आदित्य लोहिया पंकज गाडोदिया प्रकाश मोदी रोशन खेमका रौनक पोद्दार अभिषेक सरावगी अमित सरावगी लोकेश जालान आशुतोष खेतान किशन शर्मा प्रकाश सरावगी सोमेश गोयल विशाल पोद्दार विवेक लोहिया यश सुरेखा आदि ने आयोजन में सहयोग किया.
5:00 बजे से मंदिर के पट खुले रहेंगे
महोत्सव संयोजक गौरव अग्रवाल मोनू ने बताया कि कल 20 मार्च को महोत्सव के चतुर्थ दिन फाल्गुन की बड़ी एकादशी मनाई जाएगी. 5:00 बजे से मंदिर के पट खुले रहेंगे. सभी देवताओं को नवीन बागा से अलंकरण किया जाएगा. मनमोहन फूलों से विशेष श्रृंगार होगा. सवामनी भोग एवं महाभोग अर्पित किया जाएगा. प्रथम ज्योत रंजीत गाड़ोदिया परिवार द्वारा 10:00 बजे प्रज्वलित की जाएगी. दूसरी ज्योत एक श्याम भक्त परिवार द्वारा रात्रि 9:30 बजे ली जाएगी. दो बार श्रंगार होगा, जिसमें प्रथम श्रृंगार फूल पत्तियों द्वारा तथा दूसरा श्रृंगार काजू बादाम अखरोट इलायची आदि मेवा से होगा. हरियाणा की रेखा सुरभि तथा फरीदाबाद के अंश एवं वंश द्वारा संगीतमय भजन पेश किए जाएंगे.