रांची : झारखंड आदिवासी दिवस समारोह में 30 सामाजिक संगठन शामिल होंगे. इसके मद्देनजर रविवार को विश्व आदिवासी दिवस की तैयारी को लेकर बैठक बुलायी गयी. बैठक में विश्व आदिवासी दिवस की तैयारियों को लेकर कई निर्णय लिए गए. विश्व आदिवासी दिवस समारोह में 30 सामाजिक संगठन संयुक्त रूप शामिल होंगे.
निरंजना हेरेंज टोप्पो ने कहा- आदिवासी जनजाति समाज विलुप्तता के कगार पर
बैठक में समिति की अध्यक्ष निरंजना हेरेंज टोप्पो ने कहा कि देश के कई राज्य में आदिवासियों के ऊपर हो रहे हमले, हत्या, दुष्कर्म सहित अन्य घटनाओं व राजनीतिक षड्यंत्र और कॉरपोरेट घरानों के कारण प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन करने वाले आदिवासी जनजाति समाज विलुप्तता के कगार पर पहुंच रहे हैं.
महिला- पुरुष पारंपरिक वेशभूषा व हथियार के साथ करेंगे प्रदर्शन
महिला- पुरुष पारंपरिक वेशभूषा तीर धनुष, कुल्हाड़ी टांगा, हंसुआ, लाठी, डंडा, गुलेल, बलवा, फरसा, नगाड़ा, ढोल, वाद्य यंत्र के साथ रांची महानगर के मुख्य सड़क पर प्रदर्शन करेंगे. परमवीर अल्बर्ट एक्का चौक पर झारखंड प्रदेश सहित देश के आदिवासी वीरांगना योद्धा स्वतंत्र सेनानी महापुरुषों योद्धाओं कट आउट चित्र लगाकर आदिवासी दिवस पर विशेष श्रद्धांजलि पाहन धार्मिक अगुवा द्वारा दिया जाएगा. सरना झंडा, आदिवासी झंडा, मुंडा झंडा, पडहा झंडा से विश्व आदिवासी दिवस में इंद्रधनुषी माहौल दिखेगा.
समारोह में शामिल होंगे ये संगठन
पाहन महासंघ झारखंड प्रदेश, जय आदिवासी केंद्रीय परिषद, अखिल भारतीय एसटीएससी परिसंघ, राष्ट्रीय आदिवासी इंडीजिनस धर्म समन्वय समिति, भारत सरना समिति नगडा टोली, सिंहभूम हो आदिवासी समाज, प्राकृतिक धर्म सेवा केंद्र रांची, आदिवासी विकास सरना प्रार्थना सभा अनगड़ा, आदिवासी सरना सतड सहयोग समिति रांची, राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद, राजस्थान आदिवासी मीणा समाज झारखंड, सरना प्रार्थना सभा महुआ टोली होटवार, नेम्हा बेली फाउंडेशन, ग्रामसभा बड़ा घाघरा रांची, झारखंड प्रदेश आदिवासी गोंड महासभा, राजी पड़हा रांची, आदिवासी सरना समिति जगन्नाथपुर रांची, ट्रायबल एडवोकेट एसोसिएशन, केंद्रीय सरना प्रार्थना समिति, आदिवासी धर्म सेवा केंद्र, आदिवासी भूमिज समाज रांची, आदिवासी सरना ग्राम सभा बड़गाई, सरना प्रार्थना सभा बूटी, आदिवासी सरना प्रार्थना सभा किशनपुर सहित 32 संगठन एक साथ शामिल होकर हुंकार भरेंगे.