दिशोम गुरु शिबू सोरेन के श्राद्ध का 10वां दिन: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने निभाया पारंपरिक कर्मकांड
रांची: झारखंड आंदोलन के प्रणेता और दिशोम गुरु के नाम से प्रसिद्ध स्वर्गीय शिबू सोरेन के श्राद्ध कर्म का आज, गुरुवार को 10वां दिन है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पिता की आत्मा की शांति के लिए पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ श्राद्ध कर्म संपन्न किया।
मुख्यमंत्री ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ पारंपरिक विधि-विधान का पालन करते हुए सभी धार्मिक क्रियाएं पूरी कीं। इस दौरान उन्होंने स्वर्गीय शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पिता का आशीर्वाद हमेशा उनके साथ रहेगा और उनके दिखाए मार्ग पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
श्राद्ध कार्यक्रम में पूरे परिवार की उपस्थिति रही, जहां भावनात्मक माहौल के बीच पुरोहितों द्वारा मंत्रोच्चारण कर पारंपरिक अनुष्ठान संपन्न कराए गए। मुख्यमंत्री ने न केवल धार्मिक प्रक्रिया में भाग लिया बल्कि कर्मकांड के पश्चात् परिवार की वरिष्ठ सदस्य दीपमनी सोरेन से कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं को लेकर सलाह-मशविरा भी किया।
इस दौरान परिजनों ने भी स्वर्गीय दिशोम गुरु के जीवन और उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। झारखंड के सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक जीवन में शिबू सोरेन की महत्वपूर्ण भूमिका को कभी नहीं भुलाया जा सकता।
श्राद्ध कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। सभी ने दिवंगत नेता के प्रति अपनी भावनाएं प्रकट कीं और उनके सपनों को साकार करने का संकल्प दोहराया।
